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नारनौंद MLA बोले-जाटों को CM ही चाहिए:रामकुमार गौतम ने कहा- धनखड़ ने अच्छी कोशिश की, लेकिन एक वोट का भी फर्क नहीं पड़ा​​

जजपा के विधायक राजकुमार गौतम का डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से भी विवाद हो चुका है। - Dainik Bhaskar
जजपा के विधायक राजकुमार गौतम का डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से भी विवाद हो चुका है।
  • :हरियाणा के नारनौंद से जेजेपी विधायक दादा रामकुमार गौतम ने जाटों को लेकर बड़ा बयान दिया है।

उन्होंने चंडीगढ़ सचिवालय में कहा कि जाटों को चीफ मिनिस्टर ही चाहिए। हालांकि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने जाटों को जोड़ने के लिए अच्छी कोशिश की, लेकिन वह एक वोट का भी फर्क नहीं डाल सके।

उन्होंने कहा कि आज हरियाणा सरकार में कई जाट मंत्री हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला, जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला, जेपी दलाल कई जाट मंत्री हैं, लेकिन जाटों को मुख्यमंत्री ही चाहिए।

सूबे में जाटों के साथ नहीं हुआ कोई अन्याय
उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा कि जाटों ने हमेशा राज किया है। ये नहीं है कि उनके साथ इस राज्य में कोई अन्याय हुआ है। जाट इस वक्त बहुत आगे जा चुका है। बच्चे खूब पढ़ते हैं, बड़े लायक बच्चे हैं। सारे खेल के खिलाड़ी भी जाट हैं। कोई नौकरी उठा कर देख लो अच्छी नौकरी, उसमें जाट बच्चे ही हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में निकली सभी अच्छी नौकरियों में अधिकांश बच्चे जाटों के ही पास हुए हैं।

डिप्टी CM से हाे चुका विवाद
जजपा के विधायक राजकुमार गौतम का डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला से भी विवाद हो चुका है। इसी साल फरवरी में उन्होंने मंत्री न बनने की कसक पर दुष्यंत चौटाला पर निशाना साधा था। दादा गौतम ने कहा था कि एक चक्रव्यूह के तहत उन्हें टिकट दी गई थी। इसकी वजह ब्राह्मण वोटर को कब्जा करने की थी। उन्होंने कहा था कि दुष्यंत खुद तो डिप्टी सीएम बन गया और रामकुमार गौतम न्यू का न्यू ही रह गया। गौतम ने कहा कि बहुत कुछ देना चाहता हूं आप लोगों का।

आप लोगों का बहुत बड़ा कर्ज हैं मेरे ऊपर। 77 साल का हो गया हूं, बूढ़ा हो गया, बिना कर्जा उतारे मरूंगा। जो मैं कर सकता हूं, कर रहा हूं, परंतु बहुत कम कर सकता हूं, इसलिए कुछ नहीं कर सकता।

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