बरवाला: शहर के प्रमुख आयुर्वेद चिकित्सा संस्थान वेदामृता ने समीपवर्ती गांव खेड़ी बर्की के जीनियस हाई स्कूल में स्वास्थ्य शिविर लगाकर अपने अभियान का आगाज़ किया। इस अवसर पर वेदामृता के संस्थापक आचार्य शुभम बरवाला ने अनेकानेक ग्रामीणों को आयुर्वेद की सबसे प्रचलित चिकित्सा पद्वति पंचकर्म की बारिकी से जानकारी दी और उसके उपरांत वहां उपस्थित सैंकड़ों लोगों के स्वास्थ्य की जांच की।
जीनियस हाई स्कूल के डायरेक्टर व सर्व हरियाणा प्राइवेट स्कूल के संघ आदरणीय नरेन्द्र सेठी व उनकी धर्मपत्नी शिक्षिका श्रीमती मधु सेठी ने स्कूल में पहुंचने व लोगों को उम्दा जानकारी प्रदान करने के लिए वेदामृता संस्थान की टीम का स्वागत किया व आभार जताया।
आचार्य शुभम बरवाला ने बताया कि हमारे बीमार होने के प्रमुख कारण क्या है और आयुर्वेद चिकित्सा में पंचकर्म द्वारा इनसे कैसे बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि पंचकर्म चिकित्सा हयूमन बाॅडी का एक डिटाॅक्सीफिकेशन प्राॅसेस है जिसके द्वारा सिर से लेकर पैर तक अंदर की सफाई की जाती है। यह बिल्कुल उसकी तरह है जैसे हम अपने व्हीकल की टाइम टू टाइम सर्विस करवाते हैं। पंचकर्म में मुख्य रूप से वमन, विरेचन, नस्य कर्म व कई प्रकार की बस्ती की जाती है जिससे शरीर पूर्ण रूप से रोग रहित हो जाता है। इस प्राॅसेस को 3 से 6 महीने में करवाने की आवश्यकता होती है। ताकि हम बीमारियों से दूर रहे सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि लोगों को आयुर्वेद के बारे में जागरूक करने का यह अभियान निरंतर चलेगा ताकि लोग आयुर्वेद को अपनाकर पहले के लोगों की भांति असली स्वस्थ जीवन का आनंद ले सकें।