हरियाणा के हिसार में 31 अक्टूबर को 3 पेट्रोल पंपों पर लूटपाट करने और दो जगहों पर फायर करने के मामले में हिसार एसआईटी ने तीनों कुख्यात बदमाशों को दबोच लिया है। इनकी पहचान ठसका निवासी वीरेंद्र उर्फ विनय उर्फ भोपा, दौलतपुर निवासी अमरदास उर्फ अमरू और जींद जिले के काकडोद गांव निवासी विजेंद्र के रूप में हुई। तीनों की गिरफ्तारी पर पुलिस ने इनाम घोषित किया था। विभिन्न 13 वारदातों में इनका हाथ मिला है।
हिसार एसपी मोहित हांडा ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि पुलिस ने पेट्रोल पंपों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर इन आरोपियों की पहचान करके गिरफ्तार किया है। एससपी हांडा ने बताया कि पुलिस को कार सवार 6 व्यक्तियों द्वारा हथियारों के बल पर 3 पेट्रोल पंपों पर लूट की वारदात के बारे में सूचना मिली थी।
रावलवास पेट्रोल पंप से 10 हजार रुपए, धीरणवास के पेट्रोल पंप से 2 लाख रुपए और पाबड़ा के पेट्रोल पंप से 1.62 लाख रुपए की नकदी लूटी थी। साथ ही गांव डोबी में भी एक घर के बाहर दहशत फैलाने के इरादे से फायरिंग की। पाबड़ा के पेट्रोल पंप पर लूटपाट के बाद भाग रहे बदमाशों की कार सामने से आ रही गाड़ी से जा टकराई। पुलिस द्वारा पकड़े जाने के डर से बदमाश फायरिंग कर वे कार छोड़कर फरार हो गए।
भोपा पर राजस्थान में 25 हजार का इनाम
एसपी ने बताया कि आरोपी विरेंद्र उर्फ भोपा पर काफी मामले दर्ज है। 9 जून 2023 को सेंट्रल जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। जेल से बाहर आने पर यह इधर उधर छिपता रहा। विरेंद्र उर्फ भोपा नंगथला निवासी जयप्रकाश की गोली मारकर हत्या करने की वारदात में शामिल था। पंजाब, राजस्थान में अपहरण, हत्या, हत्या प्रयास आदि के 18 से 20 मामले दर्ज हैं।
इस साल 3 जुलाई को वीरेंद्र उर्फ भोपा, सुरेश ढंदूर, अरूण पंडित ने मिलकर जयपुर राजस्थान में गणेश नारायण नामक व्यक्ति को गोली मारी थी। इस मामले में राजस्थान पुलिस द्वारा आरोपी वीरेंद्र उर्फ भोपा पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया।
अमरदास पर 1 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज
एसपी ने बताया कि दूसरे आरोपी दौलतपुर निवासी अमरदास थाना उकलाना थाने का हिस्ट्रीसीटर अपराधी है। आरोपी पर उकलाना थाना में पहले ही एक दर्जन से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं। अमरदास ने अपने साथियों के साथ मिलकर ठानी खान बहादुर निवासी भले राम की हत्या की थी।
बधावड़ का मीनू वारदातों का मास्टरमाइंड
तीसरे आरोपी की फिलहाल कोई आपराधिक पृष्टभूमि सामने नहीं आई है। आरोपियों वीरेंद्र उर्फ भोपा, अमरदास उर्फ अमरु और बिजेंद्र की मुलाकात मीनू निवासी बधावड़ ने कार्रवाई थी। मीनू निवासी बधावड़ ही सभी वारदातों का मुख्य योजनाकार है। मीनू वासी बधावड़ वारदात के उपरांत उपरोक्त आरोपियों के रहने का प्रबंध करता था।
अमरदास उर्फ अमरु की दोस्ती पड़ोसी गांव के निवासी होने के कारण देवेंद्र उर्फ सागर और पवन उर्फ नगड़ से थी। अमरदास उर्फ अमरु, पवन उर्फ नगड़, देवेंद्र उर्फ सागर, प्रदीप और मनजीत मिलकर खरखड़ा, रोहतक में मनदीप के होटल पर गए।
वहां इन्होंने धोखे से मनदीप की रिट्ज कार ली और दिलबाग निवासी बधावड के पास आए। दिलबाग ने इनका संपर्क फोन के जरिए मीनू बधावड़ से करवाया। मीनू के कहने पर ये सभी चंडीगढ़ गए। विरेंद्र उर्फ भोपा पहले से ही चंडीगढ़ में मीनू के पास था। मीनू ने इनकी जान पहचान विरेंद्र उर्फ भोपा से करवाई। वीरेंद्र उर्फ़ भोपा के पास 2 अवैध पिस्तौल व कारतूस थे
लूट के लिए बनाई पहले योजना
एसपी ने बताया कि 19 अक्टूबर को इन्होंने वारदात करने की योजना बनाई। अगले दिन वीरेंद्र उर्फ भोपा, अमरदास उर्फ अमरु और बिजेंद्र ने मिलकर पिस्तौल के बल पर रिलायंस पेट्रोल पंप, बरवाला में नकदी और मोबाइल फोन की लूट की। इसके बाद ये लगातार वारदात करते रहें। इन्होंने उचाना हाईवे पर बने पेट्रोल पंप पर भी लूट की।
31 अक्टूबर को रावलवास पेट्रोल पंप, धीरानवास पेट्रोल पंप, पाबड़ा पेरोल पंप के साथ फायरिंग और गाड़ी से टक्कर मारने की वारदातें की। पुलिस टीम ने आरोपियों का पीछा करते हुए उपरोक्त तीनों आरोपियों वीरेंद्र उर्फ भोपा, अमरदास उर्फ अमरु और बिजेंद्र को दौलतपुर फरीदपुर रोड राजबाहा के पास से गिरफ्तार किया है।
इन वारदातों में इनका हाथ