विनेश और पूनिया कांग्रेस में हुए शामिल, विनेश फोगाट ने दी अपनी पहली प्रतिक्रिया
पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर लिया है. कुश्ती के अखाड़े के बाद अब से उनका राजनीतिक सफर शुरु हो गया है. दोनों पहलवानों ने हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस का दामन थामा है
पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने आज (6 सितंबर) को कांग्रेस का दामन थाम लिया है. कांग्रेस में शामिल होने से पहले फोगाट और पूनिया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात थी की. वहीं केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे. कुश्ती के अखाड़े से निकलकर दोनों पहलवानों ने उस समय कांग्रेस का दामन थामा है जब हरियाणा चुनाव सिर पर आ चुका है. चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है और पार्टियों ने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करना शुरू कर दिया है.
लड़ाई अभी जारी है- विनेश फोगाट
कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के बाद विनेश फोगाट ने कहा है कि लड़ाई जारी है, अभी खत्म नहीं हुई है. ये अभी कोर्ट में है. उन्होंने दावा किया कि हम वो लड़ाई भी जीतेंगे. विनेश ने कहा कि आज जो नया मंच मिल रहा है, उसके साथ हम काम करेंगे देश की सेवा के लिए, जिस तरह से हमने अपना खेल दिल से खेला, हम अपने लोगों के लिए काम करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे. मैं अपनी बहनों से कहना चाहती हूं कि अगर आपके लिए कोई नहीं होगा तो मैं उनके साथ हूं. कांग्रेस पार्टी उनके साथ है. यह मैंने महसूस किया है और मैं आपको आश्वस्त कर सकती हूं कि हम निश्चित रूप से वहां होंगे.
कांग्रेस का दामन थामने के बाद विनेश फोगाट ने बीजेपी पर जोरदार हमला किया है. उन्होंने कहा कि जब हमें सड़क पर घसीटा जा रहा था तब कांग्रेस हमारे साथ खड़ी थी. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी को धन्यवाद देती हूं. उन्होंने कहा कि बुरे वक्त में पता लगता है कि अपना कौन है. जब हमें सड़क पर घसीटा जा रहा था तो बीजेपी को छोड़कर सभी पार्टियां हमारे साथ थीं. मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसी पार्टी में शामिल हुई हूं जो महिलाओं के साथ खड़ी है और सड़क से संसद तक लड़ने के लिए तैयार है.
विनेश को 3 सीटों का ऑफर मिला था
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट को 3 सीटों का ऑफर दिया गया था, उनमें पहली 2 सीटें चरखी दादरी की दादरी और बाढड़ा थी। जबकि तीसरा ऑप्शन जींद की जुलाना सीट का दिया गया। जहां उनका ससुराल है।
एयरपोर्ट पर दीपेंद्र हुड्डा ने किया था स्वागत
पेरिस ओलिंपिक में एक दिन में 3 फाइट जीतने के बाद भी मेडल से चूकीं विनेश का 17 अगस्त को भारत लौटने पर दिल्ली एयरपोर्ट से उनके गांव बलाली तक ग्रैंड वेलकम हुआ था। सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा एयरपोर्ट पर ही स्वागत करने पहुंचे और फिर उनके काफिले में भी गुरुग्राम तक चले।
इसके बाद से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में खाप पंचायतें विनेश को बुलाकर उनका सम्मान कर रही हैं। झज्जर, रोहतक, जींद, दादरी जिले में उनका कई जगह सम्मान भी हो चुका है। विनेश केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में भी शामिल हो चुकी हैं।
विनेश-बजरंग ने बृजभूषण के खिलाफ धरने की अगुआई की
साल 2023 में महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। उनकी गिरफ्तारी की मांग पर बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की अगुआई में पहलवानों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया। यह धरना करीब 140 दिन तक चला।
विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला खत लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे मेडल लौटा देंगी। इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा की थी। पहलवान बजरंग पूनिया ने भी अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास के बाहर रख दिया था।