शहीदों के नाम से पहचाना जाता है गांव संदोल, 30 से अधिक युवा कर रहे देश की सेवा
शहीदों के नाम से पहचाना जाता है गांव संदोल, 30 से अधिक युवा कर रहे देश की सेवा
अग्रोहा। हिसार से करीब 32 किलोमीटर और अग्रोहा के बरवाला मार्ग से 2 किलोमीटर दूर बसे संदोल गांव की जनसंख्या 2000 के लगभग है। यह गांव अग्रोहा ब्लॉक का सबसे छोटा गांव है। गांव के तीस से अधिक युवा सेना में भर्ती होकर देश की रक्षा में तैनात हैं। इस गांव के दो जवान देश की सेवा करते हुए शहीद हो चुके हैं। अग्रोहा ब्लॉक में सबसे ज्यादा शहीद इसी गांव के जवान हैं।
गांव मेंं ये हुए हैं विकास कार्य
चार पुलियों का निर्माण, मेन चौक वाली गली मरम्मत का कार्य, पूरे गांव में सफाई अभियान, खेल ग्राउंड का लोहे का गेट लगवाया गया, बस स्टैंड से शहीद श्रवण कुमार स्मारक तक का रास्ता बनवाया गया। इसके साथ ही कबड्डी, क्रिकेट व कुश्ती के खिलाड़ियों को खेल किट प्रदान की गई। दो तालाबों के पास चबूतरे का निर्माण, स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए रोडवेज बसों की सुविधा गांव के अंदर से की गई। शहीद सोमवीर स्मारक की चहारदीवारी का कार्य राज्य मंत्री अनूप के कोटे से करवाया गया।
गांव में लाल डोरे का रकबा कम होने से 50 प्रतिशत से अधिक लोग पंचायती जमीन पर रह रहे हैं, उनका स्थायी समाधान किया जाए। वहीं पशु चिकित्सालय में नियमित चिकित्सक की नियुक्ति की जाए।
गांव के तीस से अधिक युवा सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे हैं और दर्जनों युवा सेना में भर्ती होने के लिए मेहनत कर रहे हैं। हमारी मांग है कि गांव में स्टेडियम बनाया जाए ताकि युवा अच्छी तरह से तैयारी कर सकें।- बलवान सिंह, ग्रामीण
गांव के दो जवान शहीद हो चुके हैं। उनके सम्मान के लिए गांव के सरकारी स्कूल का नाम शहीदों के नाम रखा जाना चाहिए।
– जयवीर सिंह, ग्रामीण
गांव में गंदे पानी की निकासी के उचित प्रबंध नहीं है। इससे लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। गंदे पानी में मच्छर पनप रहे हैं। इससे मलेरिया, डेंगू आदि बीमारी फैलने का भय बना रहता है।
कर्मबीर सिंह, चौकीदार