हरियाणा की बेटी अंतिम पंघाल को मिलेगा अर्जुन अवार्ड, पिता ने कामयाब बनाने के लिए बेच दी थी जमीन
हरियाणा के हिसार जिले के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. जिले के गांव भगाना की बेटी अंतिम पंघाल को अर्जुन अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है. पहली बार एशियन गेम्स में भाग लेते हुए कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली अंतिम पंघाल की इस उपलब्धि पर परिजनों में खुशी का माहौल बना हुआ है.
ओलम्पिक में पदक जीतने की तैयारी
एशियन गेम्स में पदक विजेता अंतिम पंघाल अब ओलम्पिक खेलों में हिंदुस्तान की झोली में गोल्ड मेडल डालना चाहती है और इसके लिए वह निरंतर कड़ा परिश्रम कर रही है. उन्होंने 53 किलोग्राम भारवर्ग में ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया है. उन्होंने बताया कि वह ओलम्पिक में गोल्ड जीतने के सपने को साकार करने के लिए रोजाना 6 से 7 घंटे प्रैक्टिस कर रही है
पिता ने बेची थी जमीन
बेटी के सपनों को पंख लगाने के लिए पिता रामनिवास ने अपनी डेढ़ एकड़ जमीन तक बेच दी थी. उन्होंने बताया कि अंतिम पिछले सात साल से अभ्यास कर रही है और इस दौरान आर्थिक तंगी बेटी के सफर में बाधा उत्पन्न न करें तो उन्होंने जमीन बेचना उचित समझा. उस समय पर हुई परेशानी से उभरकर बेटी ने सफलता का नया अध्याय लिखा है तो आज उसकी खुशी शब्दों में बयां नहीं की जा सकती हैं. मुझे अपनी बेटी पर गर्व है. उसने अपनी मेहनत की बदौलत मेरा मान- सम्मान बढ़ाया है
अंतिम पंघाल की उपलब्धियां
- वर्ल्ड चैंपियनशिप 2023 और एशियन गेम्स 2022 में ब्रॉन्ज मेडल
- एशियन चैंपियनशिप 2023 और एशियन U- 23 चैंपियनशिप 2022 में सिल्वर मेडल
- वर्ल्ड जुनियर चैंपियनशिप 2022 और 2023 में गोल्ड मेडल
- एशियन U- 20 चैंपियनशिप 2022 में गोल्ड मेडल
- वर्ल्ड कैडेट्स चैंपियनशिप 2021 में ब्रॉन्ज मेडल