हिसार में बनेगा नया ऐतिहासिक स्थल:अग्रोहा टीले की खुदाई का प्रस्ताव मंजूर; राखीगढ़ी की तर्ज पर होगा विकसित, अगले सप्ताह सर्वे होगा शुरू
हरियाणा में राखीगढ़ी की तर्ज पर जल्द ही प्रदेश सरकार अब ऐतिहासिक स्थल अग्रोहा को विकसित करने जा रही है। अग्रोहा के पुरातात्विक स्थल की खुदाई का MOU हो चुका है। दिसम्बर माह के अंतिम सप्ताह तक अग्रोहा टीले की खुदाई के लिए सर्वे कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा की पहल एवं केन्द्र सरकार (ए.एस.आई.) द्वारा किये गये निर्णय पर पूरे विश्व में अग्रवंशियों में प्रसन्नता का माहौल है। बता दें कि 25 अगस्त 2023 को प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा जी. किशन रेड्डी, सांस्कृतिक मंत्री, भारत सरकार को खुदाई करने हेतु अनुरोध पत्र भेजा गया था। वहीं 8 सितम्बर 2023 को निदेशक, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, हरियाणा सरकार द्वारा महानिदेशक, ए.एस.आई., भारत सरकार को राखीगढ़ी मॉडल पर खुदाई करने के लिए पुन अनुरोध किया गया।
दिसम्बर अन्त तक कार्य प्रारम्भ होने की संभावना
जिस पर प्रवीण कुमार मिश्रा, निदेशक, पुरातत्व विभाग, भारत सरकार द्वारा गुण-दोष के आधार पर मूल्यांकन करने के उपरान्त हरियाणा सरकार के अनुरोध को स्वीकार करते हुए 13 अक्टूबर 2023 को राखीगढ़ी मॉडल के आधार पर हरियाणा सरकार एवं एएसआई के संयुक्त तत्वावधान में खुदाई की अनुमति का ऐतिहासिक निर्णय कर तथा खुदाई से पूर्व जी.पी. आर. सर्वे की भी अनुमति प्रदान कर दी गई। कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा सरकार द्वारा डी.जी.ए.एस.आई. को ड्राफ्ट एम.ओ.यू. की प्रति सहमति हेतु प्रेषित किए जाने पश्चात जी.पी.एस. सर्वे के लिए आई.आई.टी कानपुर से प्रस्ताव प्राप्त हो गया है जिस पर दिसम्बर 2023 के अन्त तक कार्य प्रारम्भ होने की संभावना है।
खोदाई में मिले प्राचीन सभ्यता के प्रमाण
राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग ने बताया कि महाराजा अग्रसेन का शासन 500 वर्गमील तक फैला हुआ था,जहां कहीं खोदाई का कार्य होने पर महाराजा अग्रसेन कालखंड की वस्तुएं सामने आएंगी ।
पूरे उत्तर में फैला हुआ था अग्रोहा साम्राज्य
प्राचीन ग्रंथों विष्णु पुराण,लक्ष्मी पुराण,अग्रभागवत पुराण में अग्रोहा का वर्णन आया है । जहां प्राचीन समय में अग्रोहा को अग्रोदक के नाम से जाना जाता था । अग्रोदक साम्राज्य जो कि सरस्वती से गंगा नदी के बीच में फैला हुआ था । इसके अंतर्गत 18 गणराज्य आते थे ।