Welcome to Barwala Block (Hisar)

हांसी में घर के बाहर से ई-रिक्शा चोरी:नेहरु रोड़ पर छोड़ कर भागे चोर, बैटरी मिली गायब, जांच शुरू

          

सेहतनामा- गहरी थकान के बाद भी क्यों नहीं आती नींद:क्या बॉडी का सर्केडियन रिद्म बिगड़ गया है, कॉफी, मोबाइल और स्ट्रेस भी है कारण

          

पीएम श्री स्कूल के खिलाड़ियों ने जीते कई मेडल

          

सरसौद गांव के लापता व कागजात बडोपल नहर पर मिले

          

बवानी खेड़ा में लोगों का प्रदर्शन, नारेबाजी:पानी निकासी का नाला टूटने से रोष; दो महीने से रास्ता बंद, नागरिक परेशान

          

4 शुभ योग में गणेश चतुर्थी आज:गणपति स्थापना का सबसे अच्छा मुहूर्त सुबह 11.20 से, जानिए गणेश पुराण के अनुसार पूजन विधि

आज गणेश चतुर्थी है। इस बार गणपति स्थापना पर सुमुख नाम का शुभ योग बन रहा है। ये गणेशजी का एक नाम भी है। इसके साथ पारिजात, बुधादित्य और सर्वार्थसिद्धि योग बन रहे हैं। ज्योतिषियों का मानना है कि इस चतुर्महा योग में गणपति स्थापना का शुभ फल और बढ़ जाएगा।

आज गणपति स्थापना और पूजा के लिए दिनभर में 3 शुभ मुहूर्त रहेंगे। मूर्ति स्थापना सूर्यास्त के पहले करने का विधान है। गणेश पुराण के मुताबिक गणपति का जन्म चतुर्थी तिथि और चित्रा नक्षत्र में मध्याह्न काल में हुआ था। ये शुभ काल सुबह 11.20 से शुरू हो रहा है।

ग्रंथों के मुताबिक वैसे तो गणेशजी के कई रूप हैं, लेकिन भादों के महीने में आने वाली इस गणेश चतुर्थी पर सिद्धि विनायक रूप में गणेशजी को पूजने का विधान है। गणेशजी के इस रूप की पूजा भगवान विष्णु ने की और ये नाम भी दिया।

इतनी सारी चीजों से पूजन न कर पाएं तो इसके लिए छोटी पूजा विधि

  1. चौकी पर स्वस्तिक बनाकर एक चुटकी चावल रखें।
  2. उस पर मौली लपेटी हुई सुपारी रखें। इन सुपारी गणेश की पूजा करें।
  3. इतना भी न हो पाए तो श्रद्धा से सिर्फ मोदक और दूर्वा चढ़ाकर प्रणाम करने से भी भगवान की कृपा मिलती है।

किसी वजह से गणेश स्थापना और पूजा न कर पाएं तो क्या करें… पूरे गणेशोत्सव में हर दिन गणपति के सिर्फ तीन मंत्र का जाप करने से भी पुण्य मिलता है। सुबह नहाने के बाद गणेशजी के मंत्रों को पढ़कर प्रणाम कर के ऑफिस-दुकान या किसी भी काम के लिए निकलना चाहिए।

Spread the love