पाबड़ा में मां चंडिके देवी मंदिर कलश की स्थापना
मां चंडिके मंदिर पाबड़ा में शारदीय नवरात्र के सप्तमी पर शनिवार को कलश स्थापना उत्सव का आयोजन किया गया और देश के शहीदों को याद किया गया। उत्सव में प्रदेशभर से मां के भक्तों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। मां चंडिके देवी मंदिर भक्तों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। पूरा क्षेत्र मां के जय जयकारों से गूंज रहा था। सुबह को पौ फटते ही मंदिर में भक्तों की भीड़ जमा हो गई थी और पूरा दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। करगिल योद्धा हीरो नायक दीपचंद व उसके परिवार के हाथों मंदिर के शिखर पर सोने चांदी एवं अष्टधातु के 11 किलो वजनी कलश वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्थापना कराई गई। इस दौरान पांडाल भक्ति गीतों से गूंजे उठा। कारगिल युद्ध के हीरो नायक दीपचंद व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा 3 फीट ऊंचा कलश स्थापित किया गया। दीपचंद को देवी मंदिर कमेटी ने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। देवी मंदिर में हर साल की तरह नवरात्रों में कथा वाचन आचार्य श्री महादेवानंद गिरी के मुखारविंद से मां चंडिके देवी देवताओं महिमा का गुणगान किय
देवी मंदिर कमेटी के प्रधान जगदीश तायल ने बताया हर रोज पूजा-अर्चना के साथ साथ अटूट भंडारे श्रद्धालुओं के लिए लगाया जाता है। सप्तमी को मां चंडिके देवी मेला लगता है। दूर-दूर से लोग पूजा अर्चना के लिए आते हैं। तायल ने बताया हर महीने की सप्तमी को हिसार से स्पेशल बस की सुविधा श्रद्धालुओं को दी गई है। यह मंदिर हजारों साल पुराना है कुछ लोगों का मानना है यह मंदिर पांडव काल के समय का है। मंदिर कमेटी के प्रधान जगदीश तायल, सरपंच दर्शन सिंह, महंत जयदेवानंद गिरी, पूर्व मंत्री छत्रपाल, सीएम ओएसडी अनिता कुडू, विजेंद्र कुंडू, सुनील आदि रहे।
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