हिसार में क्रिकेटर से DSP बने जोगिंदर शर्मा पर FIR:युवक को मरने के लिए मजबूर करने का आरोप; परिवार का डेडबॉडी लेने से इनकार
मरने वाले युवक के परिवारवालों ने DSP जोगिंदर शर्मा पर आरोप लगाए हैं। वर्ष 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में आखिरी ऑवर फेंक कर इंडिया को चैंपियन बनाने वाले जोगिंदर शर्मा हुड्डा सरकार के दौरान खेल कोटे से DSP भर्ती हुए थे।
हरियाणा के हिसार में क्रिकेटर से DSP बने जोगिंदर शर्मा समेत 6 पर FIR दर्ज की गई है। उन पर डाबड़ा गांव के पवन को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। परिवार का आरोप है कि आरोपियों ने उन पर मकान खाली करने का दबाव डाला था।
इस मामले में परिवार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बुधवार से सिविल अस्पताल में धरना दे रहे हैं। युवक का पोस्टमार्टम हो चुका है। परिवार वालों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है। गुरुवार को ASP राकेश लोगों को समझाने के लिए पहुंचे लेकिन वह आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। आज इस केस में SC/ST एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गई हैं।
डाबड़ा गांव के पवन ने नए साल वाले दिन फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था।
नए साल के दिन पवन ने सुसाइड किया
पवन की मां सुनीता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके 5 बच्चे ( 2 लड़के और 2 लड़कियां) हैं। उसका बेटा पवन सबसे बड़ा था, जिसकी उम्र करीब 27 साल थी। जिस मकान में वह रहती है, इस मकान को लेकर अजयबीर, ईश्वर झाझडिया, प्रेम खाती, राजेन्द्र सीहा और DSP जोगिंदर शर्मा के साथ कोर्ट में केस चल रहा है। इसी केस कारण बेटा पवन परेशान रहता था।
करीब एक हफ्ते पहले अजयबीर और उसका बेटा अर्जुन खेत में पवन को मिले थे। दोनों ने पवन से कहा कि तेरी मां को कहकर मकान खाली करवा दे। इसके बाद पवन घर आ गए। वह लोग लगातार उन्हें धमकियां दे रहे थे। इसके चलते पवन ने परेशान होकर एक जनवरी को नए साल के दिन मकान में बने कमरे में पंखे से केबल वाली तार से फांसी लगा ली।
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पवन के परिवार 3 जनवरी से सिविल अस्पताल में धरने पर बैठे हैं।
महिला बोली- आरोपियों ने घर आकर धमकाया
सुनीता ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अक्टूबर 2020 को जान से मारने की धमकी और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज करवाया था। उस समय तत्कालीन DSP जोगिंदर शर्मा ने इस मामले की जांच की थी। सभी आरोपियों के साथ मिलकर घर आकर उन्हें धमकाया था। इस मामले में आजाद नगर थाना को शिकायत दी गई थी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था। इसके बाद से यह मामला कोर्ट में चल रहा है।
परिवार की आर्थिक मदद की मांग
सुनीता ने बताया कि गुरुवार को कई सामाजिक संगठन भी उनके समर्थन में धरने पर बैठे। वह आरोपियों की गिरफ्तारी और आर्थिक मदद देने की मांग कर रहे हैं।