बरवाला :फिजिकल ही नहीं मेंटल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है फिजियोथेरेपी :डॉ दीपक पूनियां
बरवाला के CHC रोड पर स्थित Jd डेंटल & फिजियोथेरेपी हॉस्पिटल बरवाला के डायरेक्टर डॉ दीपक पुनिया ने सेहत के प्रति जागरूकता के तहत मतलोडा गाँव के लोगो को फिजियोथेरेपी की जानकारी दी |
डॉ दीपक पुनिया ने बताया कि फिजियोथेरेपी के जरिये हम शरीर के बहुत से दर्द व् परेशानियों से निजात पा सकते है |
फिजियोथैरेपी के फायदे केवल शरीर तक ही सीमित नहीं हैं, यह आपके मेंटल हेल्थ को भी इंप्रूव करने में मदद करती है।
डॉ दीपक पूनियां ने बताये फिजियोथेरेपी के लाभ :
1. दर्द से राहत प्रदान कर
क्रॉनिक पेन यानी कि लंबे समय से चला आ रहा शारीरिक दर्द मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हुए दिमागी बीमारी का कारण बन सकता है। डिप्रेशन और एंजायटी जैसी स्थितियां शारीरिक दर्द की स्थिति में अधिक और तेजी से ट्रिगर हो सकती हैं। ऐसे में फिजियोथेरेपी आपके क्रॉनिक पेन को कम करता है और आपको बेहतर महसूस करने में मदद करता है। इस प्रकार इसका शारीरिक प्रभाव आपके मस्तिष्क संबंधी परेशानियों को धीरे-धीरे कम कर देता है और आपकी स्थिति को शारीरिक तथा मानसिक दोनों ही रूप से बेहतर बनाता है।
2. एक्टिव रहने में मदद करे
फिजियोथेरेपी एक एक्टिव एक्सरसाइज बेस्ड थेरेपी है, जिसमें व्यक्ति थेरेपी पूरा करने के बाद अधिक एक्टिव और एनर्जेटिक हो जाता है। यदि किसी व्यक्ति को पैर या हाथ में चोट है और वह लंबे समय से स्थाई रह रहे हैं, ऐसे में फिजियोथेरेपी उन्हें एक्टिव होने में मदद करती है। जिससे कि वे शारीरिक गतिविधियों में भाग ले पाते हैं, जो की मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। शारीरिक गतिविधियां डिप्रैशन, एंजायटी जैसी मानसिक स्थितियों से उभरने में व्यक्ति की मदद करती है। इसके अलावा शारीरिक गतिविधियां सेल्फ सेटिस्फेक्शन के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।
शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने से नींद की गुणवत्ता बढ़ जाती है साथ ही तनाव से राहत मिलता है। इतना ही नहीं स्टैमिना और ऊर्जा शक्ति में भी सुधार होता है और मूड बेहतर होता है। वहीं शारीरिक रूप से एक्टिव रहने से वेट मैनेजमेंट में मदद मिलती है। यह सभी स्थितियां मेंटल हेल्थ को इंप्रूव करने में आपकी मदद कर सकती हैं।
3. फिजियोथेरेपी से मिलती है पाजिटिविटी
फिजियोथेरेपी मरीज को बेहतर होने और रिकवरी का होप देती है। यदि कोई व्यक्ति शारीरिक चोट का शिकार हो चुका है और उन्हें शारीरिक गतिविधियों को करने में कठिनाई होती है तो ऐसे में फिजियोथेरेपी उन्हें धीरे-धीरे एक्टिव होने में मदद करती है। वे अपनी बॉडी को मूव कर पाते हैं इससे मस्तिष्क को एक पॉजिटिव एनर्जी मिलती है। जो आपको हार न मानने की हिम्मत देती है।
अक्सर मरीज बेड पर पड़े पड़े शारीरिक परेशानी के साथ-साथ मानसिक रूप से भी बीमार होने लगते हैं। ऐसे में फिजियोथेरेपी भावनात्मक और मानसिक दोनों रूप से आपको बेहतर महसूस करने में मदद कर सकती है।
डॉ दीपक पूनियां ने बताया की बरवाला में स्थित Jd डेंटल & फिजियोथेरेपी हॉस्पिटल जो कि में फिजियोथेरेपी व् दांत संबंधित हर बीमारी का इलाज विदेशी मशीन व् टेक्निक से किया जाता है और उन्होंने आग्रह किया कि शरीर में दर्द संबंधित बीमारी के लिए फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लेकर की इलाज करवाए