हिसार में 2 दिन बाद फिर एक्टिव होगा मानसून:3 दिन से नहीं हुई बारिश; 5 डिग्री तक बढ़ा तापमान, चरखी-दादरी सबसे गर्म
हिसार में 2 दिन बाद फिर से मानसून एक्टिव हो जाएगा। हालांकि पिछले 3 दिनों से प्रदेश में बारिश नहीं होने से दिन के पारे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अब तक 5 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। 24 घंटे के दौरान सूबे का चरखी दादरी सबसे गर्म दर्ज किया गया। यहां का अधिकतम तापमान 37.8 रिकॉर्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 2 दिन मौसम खुश्क रहेगा। दिन के तापमान में 1-2 डिग्री और बढ़ने के आसार हैं।
25 से बदल जाएगा मौसम
मानसून ट्रफ सामान्य स्थिति से दक्षिण की तरफ जाने तथा नमी वाली हवाओं में कमी आने से 25 सितंबर तक मानसून की सक्रियता में कमी से राज्य में ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम खुश्क रहेगा। हालांकि उत्तरी जिलों पंचकूला, पूर्वी यमुनानगर, अंबाला, उत्तरी कुरुक्षेत्र, कैथल, उत्तरी जींद, उत्तरी फतेहाबाद, उत्तरी सिरसा में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। इस दौरान हवा उत्तर पश्चिमी रहने से दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी।
इसके साथ ही वातावरण में नमी की मात्रा में गिरावट आने की संभावना है। लेकिन 25 सितंबर के बाद एक बार फिर नमी वाली हवाएं आने की संभावना से राज्य में फिर से मानसून के एक्टिव होने के पूरे आसार हैं।
बारिश नहीं होने से 5 डिग्री चढ़ा पारा
हरियाणा में पिछले 3 दिनों से बारिश नहीं हो रही है। 24 घंटे में किसी भी जिले में बारिश नहीं हुई है। इसकी वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। सबसे ज्यादा चरखी-दादरी गर्म रहा, यहां का अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
वहीं सूबे के 3 जिले पानीपत, रोहतक और करनाल जिलों को छोड़कर अन्य जिलों का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री के पार रिकॉर्ड किया गया।
29 तक मौसम में होंगे बदलाव
हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में अभी मानसून की 2 दिन वापसी नहीं होगी। 29 सितंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है।
इस दौरान मानसून हवाओं की सक्रियता बढ़ने की संभावना है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर तेज हवाएं चलने तथा गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट तथा वातावरण में नमी की मात्रा में वृद्धि होने की भी संभावना है।
सीजन में अब तक 390.4 MM बारिश
प्रदेशभर में मानसून की सक्रियता के चलते पिछले 24 घंटे में 15.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। सीजन में अब तक 390.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से महज 3 फीसदी ही कम है। जुलाई में इस बार 5 सालों में सबसे कम बारिश हुई है। 2018 में 549 मिमी बारिश हुई थी।
2019 में 244.8, 2020 में 440.6, 2021 में 668.1, 2022 में 472, 2023 में 390 और 2024 में सिर्फ 97.9 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश होने के कारण सूबे के धान पैदावार करने वाले किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ रही है।