रिटायरमेंट से 45 दिन पहले एक्सईएन सस्पेंड:JE को नौकरी से निकाला, सवा करोड़ से बनी सड़क मंत्री के ठोकर मारते ही टूटी
हिसार में शुक्रवार (15 नवंबर) को PWD मंत्री रणबीर गंगवा ने सड़क निर्माण में कोताही बरतने वाले विभाग के एक्सईएन, SDO और JE को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। इसके बाद मंत्री के आदेशों की फाइल CM तक पहुंची। शनिवार को राज्यपाल के आदेश पर PWD के ACS अनुराग अग्रवाल ने ऑर्डर जारी कर दिए।
सस्पेंशन पीरियड के दौरान एक्सईएन रजनीश जैन और SDO डीएस राठी को चंडीगढ़ कार्यालय में नौकरी करनी होगी। वह चीफ इंजीनियर से पूछे बिना मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे। वहीं रिटायरमेंट के बाद कॉन्ट्रैक्ट बेस पर कार्य कर रहे JE सुरेश कुमार को नौकरी से हटा दिया गया है। एक्सईएन रजनीश की 31 दिसंबर को रिटायरमेंट थी।
वहीं दूसरी तरफ हिसार के एसई अजीत सिंह ने अपने अफसरों व कर्मचारियों से मीडिया से दूर रहने की सलाह दी है। एसई ने कहा है कि कोई मीडिया में किसी भी खबर के लिए वर्जन नहीं देगा और ना ही बीएंडआर के कार्यों के बारे में बताएगा। दूसरी तरफ XEN पर कार्रवाई से विभाग के कर्मचारियों में गुस्सा है।
अफसरों पर कार्रवाई के खिलाफ इंजीनियरिंग यूनियन भी उतर सकती है। फिलहाल वह लैब की रिपोर्ट के इंतजार में है। वहीं रोड की हालत को देखते हुए विभाग ने ठेकेदार की पूरी पेमेंट रोक दी है। ठेकेदार से दोबारा से इस रोड पर लेयर बिछाने की ग्रामीण मांग कर रहे हैं।
5 किमी की रोड, एक महीने में टूटना शुरू बता दें कि धिकताना से धान्सूं करीब 5 किमी लंबे इस रोड पर सवा करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और करीब एक महीने पहले ही यह रोड बनकर तैयार हुआ है। जब से यह रोड बना है तब से ही इस पर विवाद शुरू हो गया था। वाहन चलने से यह रोड जगह-जगह से बैठ गई।
इस रोड पर तारकोल की लेयर वाहनों के टायर से ही उखड़ने लग गई थी। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सरपंच से लेकर भाजपा नेताओं से की थी। इस रोड के निर्माण करते समय ठेकेदार ने पैसे बचाने के चक्कर में कई अनियमितताएं की। इसके बाद मामला PWD मंत्री रणबीर गंगवा तक पहुंचा था। जिसके बाद वह इसकी जांच करने पहुंचे थे।
रोड का टेंडर में भी किया गया खेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रोड के टेंडर में भी खेल किया गया है। उसी ठेकेदार को टेंडर मिला जिसकी शिकायतें पूर्व में कई बार भाजपा नेताओं ने ही की है। इससे पहले यह ठेकेदार दूसरी सड़कें बना चुका है, जिसमें हर बार अनियमितताएं पाई गईं। फिर भी अफसर हमेशा इस ठेकेदार पर मेहरबान रहे। यही कारण है कि रोड निर्माण के समय जेई और एसडीओ ने पूरे रोड बनने के दौरान इसका एक बार भी निरीक्षण नहीं किया।
मंत्री के ठोकर मारने पर रोड से निकली थी बजरी मंत्री शुक्रवार को रोड की जांच करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान मंत्री ने सड़क के बीच गाड़ी रुकवाई और ठोकर मारी तो बजरी सड़क पर बिखर गई। मंत्री के पास इस रोड की शिकायत आ रही थी।
मंत्री ने सड़क निर्माण की क्वालिटी देखी और कहा कि SE साहब कहां हैं। SE मंत्री के आगे आकर खड़े हुए। इसके बाद मंत्री ने कहा “SE साहब यह सड़क बहुत ही घटिया बनाई गई है। इसमें कोई सामग्री नहीं डाली गई है। इसकी क्वालिटी की जांच करवाई जाए। यहां लैब है ना। जांच सामने भी दिख रही है कि इसमें एक्सईएन रजनीश कुमार, एसडीओ डीएस राठी और जेई सुरेश कुमार सीधे तौर पर जिम्मेदार है। तीनों को सस्पेंड किया जाता है”।
मंत्री बोले- क्वालिटी से कोई समझौता नहीं किया जाएगा इसके साथ मंत्री ने SE से कहा कि आपके सर्कल के काम हैं, वह आप भी देखें। मैंने पहली मीटिंग में यह कहा था कि क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं होगा। पंचकूला में जब मीटिंग में एक्सईएन और इससे ऊपर के अधिकारियों को हमने बुलाकर यह साफ कर दिया था, उसके बावजूद यह काम किया गया।
अब मैं पूरी स्टेट में बर्दाश्त कतई नहीं करूंगा कि क्वालिटी से कोई समझौता किया जाए। हमारी क्वालिटी एक नंबर की होनी चाहिए, बढ़िया होनी चाहिए। जो विभाग के नियम हैं उसके अनुरूप ही सड़क बननी चाहिए। उसमें साफ लिखा है कि कितनी मात्रा में कौन सा मटेरियल होना चाहिए। उसके तहत की सड़क में माल लगना चाहिए। उससे कम हम किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
एक्सईएन ने जोड़े हाथ, कहा- जिंदगी बर्बाद हो जाएगी SE ने कहा कि इस रोड में जो कमी है उसे ठीक करवाया जाएगा। इसके बाद एक्सईएन ने कहा कि एक मौका दे दो जी, मेरी जिंदगी खराब हो जाएगी। इस पर मंत्री ने कहा कि सवाल ही पैदा नहीं होता और जिस एजेंसी ने इस रोड का निर्माण किया है उस पर भी कार्रवाई की जाए। इस एजेंसी से कैसे रिकवरी करनी है, इस रोड को दोबारा कैसा बनाना है इसे सुनिश्चित किया जाए।