हरियाणा में जीजा ने कराई साली की घुड़चढ़ी:मां-बाप के निधन के बाद बिजली कर्मी ने पाला, ग्रेजुएशन भी कराई, आज आएगी बारात
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![महेंद्रगढ़ में घोड़ी पर बैठी ज्योति और आगे डांस करते परिवार के सदस्य। - Dainik Bhaskar](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/02/06/ezgif-3-b73e2558ec_1707201140.gif)
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में जीजा ने अपनी साली का बनवारा (घुड़चढ़ी) निकाला। साली को घोड़ी पर बैठाकर परिवार के लोगों ने DJ पर खूब डांस किया। माता-पिता की मौत के बाद बिजली निगम में तैनात कर्मचारी ने ही उसे ग्रेजुएशन तक पढ़ाया। युवती को घोड़ी पर बैठी देख ग्रामीण भी हैरान रह गए। आज (6 फरवरी) को युवती की शादी होगी।
खोजावाड़ा मोहल्ला में रहने वाले अनिल कुमार बिजली निगम में फोरमैन हैं। उसकी साली ज्योति की आज शादी है। माता-पिता की मौत के बाद ज्योति उसके पास ही रही है। पिता का फर्ज निभाते हुए उसने ज्योति का पालन पोषण किया। इसके बाद लड़का देखकर रिश्ता पक्का किया। कव्वाली गांव में दूल्हा आज बारात लेकर आएगा।
![परिवार के लोगों ने डीजे पर जमकर डांस किया। लड़की को घोड़ी पर बैठी देख ग्रामीण हैरान रह गए।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/02/06/ezgif-3-d8725286ed_1707199493.gif)
![घोड़ी पर बैठी ज्योति को आशीर्वाद देते परिवार के सदस्य।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/02/06/ezgif-3-bf427303b6_1707199615.gif)
माता-पिता और भाई के मौत के बाद अपने पास लाए
फोरमैन अनिल कुमार ने बताया कि उसकी शादी 2002 में कनीना के रहने वाले लालचंद की बेटी एकता के साथ हुई थी। उसी साल पत्नी एकता के भाई रवि की एक्सीडेंट में मौत हो गई। इसके बाद ससुर लालचंद का भी एक्सीडेंट में देहांत हो गया। कुछ दिनों के बाद हार्ट अटैक से उसकी सास बिमला देवी की मौत हो गई। उस समय ज्योति की उम्र तीन-चार साल थी।
परिवार के सदस्यों की मौत के बाद ज्योति घर में अकेली रह गई। पत्नी एकता ज्योति को अपने साथ घर ले आई।
![घुड़चढ़ी के दौरान घोड़ी पर बैठी ज्योति।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2024/02/06/07608948-177e-489a-bd81-7b76d1fa53ac_1707195290672.jpg)
बेटी बनाकर पढ़ाया-लिखाया
अनिल ने बताया कि शादी के बाद उसके पास 2 लड़के हैं। दोनों ही इस समय पढ़ाई कर रहे हैं। उसने ज्योति को कभी माता-पिता की कमी महसूस नहीं होने दी। उसे अपनी बेटी बनाकर पढ़ाया-लिखाया।