आचार्य शुभम बरवाला को राह ग्रुप फाउंडेशन ने किया यूथ आइकॉन अवार्ड :राह ग्रुप फाउंडेशन
सामाजिक संस्था राह ग्रुप फाउंउेशन ने वेदामृता चिकित्सा संस्थान के संचालक आचार्य शुभम बरवाला को उनकी सेवाओं को देखते हुए यूथ आइकॉन अवार्ड प्रदान करके सम्मानित किया। उन्हें यह अवार्ड राह ग्रुप फाउंडेशन के नेशनल चेयरमैन नरेश सेलपाड़, डीएसपी फतेहाबाद जयपाल सिंह व जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिहाग ने हिसार में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में प्रदान किया।
राह ग्रुप फाउंडेशन के यूथ आइकॉन अवार्ड में आचार्य शुभम बरवाला को सम्मानित करते राह ग्रुप फाउंडेशन के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ व अन्य अतिथिगण
इस दौरान समाजसेवी नरेश यादव हांसी, आवर्स एकेडमी के निदेशक सुरेन्द्र पूनिया, पूर्व पार्षद रविन्द्र सिंह श्योराण व भूतपूर्व सैनिक एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष कैप्टन चरण सिंह मलिक मौजूद रहे।
राह संस्था की राष्ट्रीय सलाहकार सुदेश चहल पूनिया ,राह गु्रप फाउंडेशन के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ ने कहा कि प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों सराहनीय कार्य करने वाले युवाओं की तरह ही आचार्य शुभम बरवाला को यूथ आइकॉन अवार्ड से सम्मानित करना उनके व उनकी संस्था के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है यहां 65 प्रतिशत युवा निवास करते हैं। इसलिए उनकी शक्ति का सदुपयोग देश के विकास में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राह संस्था की इस पहल प्रेरित होकर नई सोच और जोश के साथ युवा देश को एक नई दिशा दे सकते है। उन्होंने कहा कि डा. शुभम बरवाला ऐसे युवा हैं, जिन्होंने हमेशा ही नि: स्वार्थ भाव से समाज की सेवा की है। इन्होंने वेदामृता चिकित्सा संस्थान के माध्यम से लोगों को प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ रहने को मूलमंत्र दिया है, उसकी लंबे समय से आवश्यकता महसूस की जा रही थी। —————-
ये है वेदामृता आयुर्वेद संस्थान का योगदान:- हिसार जिले के बरवाला शहर का वेदामृता आयुर्वेद संस्थान आयुर्वेद की पंचकर्म व नेचुरोपैथी पद्धति से लोगों को स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए जाना जाता है। वेदामृता संस्थान में गंभीर बीमारियों से ग्रस्त ऐसे कई रोगियों का इलाज हुआ है जिसके लिए हिसार, गुरुग्राम व दिल्ली जैसे शहरों में बड़े-बड़े नामीग्रामी अस्पतालों के चिकित्सकों ने जवाब दे दिया था। वर्तमान में वेदामृता संस्थान ने आयुर्वेद की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। वेदामृता का लक्ष्य है कि वर्ष 2024 में कम से कम 5000 लोगों तक यह जानकारी उपलब्ध करवाई जाए और जरूरतमंदों के स्वास्थ्य का लाभ प्रदान किया जाए।