वर्षों से थानों में जंग खा रहे बाइक, नोटिस देने के बाद भी वाहन लेने नहीं आ रहे मालिक, 75 बाइक अभी भी खड़ी
विभिन्न मामलों में जब्त वाहन सालों से जिले के थानों में खड़े है। पुलिस की ओर से वाहन मालिकों को कई बार नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं, लेकिन कोई लेने नहीं आ रहा है। 75 बाइक अभी भी खड़ी हैं।
- ट्रैफिक पुलिस व सिटी पुलिस में खड़े कई वाहन, वारदातों के अलावा, कई के हजारों रुपये चालान तो किसी के कागजात तक नहीं
जिन्हें समय के साथ जंग लगता जा रहा है। जिन्हें उनके मालिक लेने तक नहीं आ रहे हैं। यही कारण है कि कई वाहनों में जंग लग गया है तो कोई वाहन खस्ता हो गया है। अगर ऐसा ही रहा तो पुलिस को आने वाले 15 दिनों में इनकी बोली करवाने पर मजबूर हो जाएगी। कोर्ट ने भी वाहन मालिकों को अपने वाहन ले जाने का आखिरी मौका दिया है।
जिले के थाने में कुल 74 ऐसे बाइक खड़ी है जिनमें कई वारदात में प्रयोग होने के कारण पुलिस के कब्जे में है तो कोई किसी का कागजात न होने पर हजारों रुपये चालान हुआ है। अब पुलिस के कब्जे में खड़ी बाइक काफी ज्यादा खस्ता हो गई क्योंकि अगर उनके मालिक वक्त पर अपना वाहन ले जाते तो उनकी बाइक में जंग नहीं लगता तो दूसरी तरफ बाइक के कागजात न होने पर हजारों रुपये का चालान होने के बाद वाहन मालिक ने सोचा कि जितने का बाइक नहीं है, उससे ज्यादा का तो चालान हो गया है । यही कारण है कि उन्होंने बाइक वापस लाना ठीक नहीं समझा।
वर्ष 2016 से खड़े कई बाइक : पुलिस के कब्जे में खड़ी ज्यादातर बाइक वर्ष 2016 से पहले की हैं। उनके मालिकों को सैकड़ों दफा नोटिस भेजे गए, लेकिन नोटिस भेजने के बाद भी कोई उन्हें नहीं ले आया। वर्ष 2016 से अब तक थाने में बाइक खड़े करीब 8 साल हो गए है और तपती धूप में बाइक खड़ी होने के बाद बड़े- बड़े वाहनों के रंग उड़ जाते है। बारिश के मौसम में उनमें पानी भर जाता है जिससे धीरे-धीरे उनके जंग लग जाता है। यही कारण है कि थानों में खड़े बाइकों की कंडीशन खस्ता हो गई है। पुलिस के कब्जे में खड़े कई वाहनों में चोरी हुए वाहन भी शामिल है । क्योंकि पुलिस ने चोरी के आरोपियों से चोरी हुए बाइक रिकवर तो कर लिए, लेकिन आरोपियों ने किसी का चेसी नंबर तो किसी की नंबर प्लेट बदल दी जिस कारण पता नहीं चल पा रहा है कि वह बाइक किस का है।
वही कुछ तो जानबूझकर बाइक पुलिस से नहीं छुड़वा रहे है क्योंकि कई सालों से खड़े होने के बाद बाइक की खस्ताहाल होने के बाद उसे ठीक करवाने में हजारों रुपये का खर्चा आएगा। ^अगर जिस किसी का भी बाइक थाने में काफी समय से कब्जे में खड़ा है तो नियमानुसार दस्तावेज पेश कर आगामी 15 दिन में दिखाकर ले जा सकता है, अगर ऐसा नहीं करते है तो उनकी बोली करवाकर उन्हें बेच दिया जाएगा। -कुलवंत सिंह, डीएसपी।
कोई लेने नहीं आता तो करवाएगा बोली : डीएसपी कुलवंत सिंह