
हरियाणा में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख रुपए की डिमांड करने वाले आरोपी धर्मपाल को एंटी करप्शन ब्यूरो(ACB) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी हिसार जिले के नारनौंद के गांव खेड़ी बर्की का रहने वाला है।
आरोपी धर्मपाल फर्जी तरीके से पैसे एंठना चाह रहा था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। ACB ने 3 साल पुराने केस में यह कार्रवाई की है। आरोपी धर्मपाल पर 21 दिसंबर 2022 को धारा 120 -बी, 7-ए और 1988 थाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के तहत केस दर्ज किया गया था। आरोपी के खिलाफ सिरसा के मेला ग्राउंड बेगू रोड निवासी मुकेश ने शिकायत दी थी।
शिकायतकर्ता ने बताया, नौकरी के बदले पैसे मांग रहे थे शिकायत कर्ता मुकेश ने बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग, पंचकूला की ओर से विज्ञापन संख्या 14/2019 के अनुसार असिस्टेंट मैनेजर, यूटीलिटी पद के लिए आवेदन किया था। इस पद के लिए उसको लिखित परीक्षा के बाद हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 7 दिसंबर 2021 को योग्य घोषित किया गया था।
इस संबंध में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा उसके प्रमाण पत्रों का सत्यापन करने के लिए 21 दिसंबर 2021 तारीख निश्चित की थी। 13 दिसंबर 2021 आरोपी धर्मपाल और हिसार के गंगवा गांव निवासी ओमप्रकाश उसके घर गए और उसके पिता से उसकी असिस्टेंट मैनेजर, यूटीलिटी पद पर भर्ती करवाने के लिये 15 लाख रुपए बतौर रिश्वत की मांग की गई।
शक होने पर ACB को शिकायत दी इसके बाद शिकायतकर्ता के पिता ने बेटे मुकेश को सारी बात बताई। मुकेश को दोनों आरोपियों पर शक हो गया। इसके बाद इसकी शिकायत ACB को दी गई। ACB हिसार ने पूरे मामले की जांच की। जांच करने पर शिकायतकर्ता मुकेश ने शिकायत के साथ आरोपी धर्मपाल और आरोपी ओमप्रकाश की 15 लाख रुपए रिश्वत मांगने की रिकॉर्डिंग दे दी। इसके बाद दोनों के खिलाफ हिसार में केस दर्ज किया गया था।