निजी स्कूल के पुराने भवन में चल रही थी नकली शराब बनाने की फैक्टरी, 2 मशीनें सहित डेढ़ लाख नकदी बरामद
रेवाड़ी में आबकारी और पुलिस ने नकली शराब बनाने की फैक्टरी पर रेड मारी है। कोसली थाना पुलिस के अनुसार उन्हें सूचना मिली कि बिजली घर के पास एक निजी स्कूल कुछ वर्षों से बंद है। जहां नकली शराब तैयार करने का काम किया जा रहा है।
रेवाड़ी में आबकारी और पुलिस की संयुक्त टीम ने एक स्कूल भवन से नकली शराब बनाने की फैक्टरी पकड़ी है। इस रैकेट को चलाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसके दो साथी फरार हैं। पुलिस के मुताबिक ये नकली शराब बनाकर ठेकों पर बेचते थे। पुलिस ने जब स्कूल के कमरों की तलाशी ली तो उन्हें 1,802 खाली बोतलें मिलीं, जो रम भरने के लिए बनाई गई थी।
पुलिस के मुताबिक कार में 1 लाख 15 हजार 387 नकली होलोग्राम, करीब 3 हजार गत्ते के 135 बंडल, करीब 8 हजार शराब की बोतल के ढक्कन और नकली शराब पैक करने वाली 2 मशीनें समेत 1 लाख 54 रुपये की नकदी बरामद हुई है। कोसली थाना पुलिस के अनुसार उन्हें सूचना मिली कि बिजली घर के पास एक निजी स्कूल कुछ वर्षों से बंद है। पुख्ता जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने एक टीम तैयार की और स्कूल के आसपास निगरानी शुरू कर दी।
स्कूल में रेवाडी के गांव मुरलीपुर निवासी सोमबीर, झज्जर के गांव निलाहेड़ी निवासी हेम सिंह, महेंद्रगढ़ निवासी पिंकी सरपंच मिलकर नकली शराब तैयार करने का काम करते हैं। रविवार रात पुलिस ने आबकारी विभाग की टीम को भी सूचना दी।
आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर रक्षा, अनिल कुमार, सुरेंद्र कुमार तुरंत मौके पर पहुंचे। इसके बाद टीम ने छापेमारी की। उस समय सोमबीर उर्फ कालिया नकली शराब की पेटियां लेकर ठेकों पर शराब बेचने के लिए निकलने वाला था। पुलिस ने सोमबीर को हिरासत में लिया और कार की तलाशी ली तो नकली रम से भरी दो पेटियां मिलीं। उस पर लगे बार कोड को स्कैन करने पर धोखाधड़ी का खुलासा हुआ।