ड्यूटी के दौरान पहली बार अग्निवीर की जान गई:20 हजार फीट की ऊंचाई पर तैनात थे अक्षय लक्ष्मण, सेना ने श्रद्धांजलि दी
सियाचिन में तैनात अग्निवीर अक्षय लक्ष्मण की एक ऑपरेशन के दौरान जान चली गई है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, लक्ष्मण ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले देश के पहले अग्निवीर हैं। लक्ष्मण भारतीय सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर का हिस्सा थे।
भारतीय सेना ने लक्ष्मण को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया, हालांकि उनके नाम के आगे शहीद नहीं लिखा। फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स ने लिखा- सेना सियाचिन की कठिन ऊंचाइयों पर ड्यूटी के दौरान अग्निवीर (ऑपरेटर) गावते अक्षय लक्ष्मण के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करती है।
अग्निवीरों को शहीद का दर्जा देने को लेकर पिछले दिनों काफी विवाद रहा था। 11 अक्टूबर को अग्निवीर अमृतपाल सिंह ने सुसाइड कर लिया था। जिसके चलते सेना ने उन्हें राजकीय सम्मान नहीं दिया। इस पर काफी विवाद हुआ।
सेना को तीन दिन बाद बयान जारी करना पड़ा। सेना ने कहा- अमृतपाल ने ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार ली थी। अमृतपाल के अंतिम संस्कार में गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया गया, क्योंकि खुद को पहुंचाई गई चोटों से होने वाली मौत के मामले में यह सम्मान नहीं दिया जाता है।
अग्निवीर का निधन होने पर बीमा की रकम, बचे हुए कार्यकाल का वेतन
सेना के नियम के मुताबिक, जॉइनिंग के पहले साल में अग्निवीरों को 4.76 लाख रुपए का पैकेज मिलता है। वहीं 4 साल का कार्यकाल खत्म होने तक इसे 6.92 लाख रुपए तक बढ़ाया जा सकता है। यानी अग्निवीरों को हर महीने 30 हजार से 40 हजार सैलरी मिलती है।
इसके अलावा तीनों सेनाओं के स्थायी सैनिकों की तरह अवॉर्ड, मेडल, भत्ता मिलेगा। वहीं सरकार 44 लाख का बीमा भी कराएगी। ड्यूटी के दौरान अगर अग्निवरी का निधन हो जाता है तो उन्हें बीमा की रकम मिलेगी। इसके अलावा उनके बचे हुए कार्यकाल का वेतन भी मिलेगा।
अग्निवीर अक्षय लक्ष्मण की श्रद्धांजलि की 2 तस्वीरें…
जून में सियाचिन में आग लगने से सेना के एक जवान की मौत हुई थी
सेना के अनुसार, इससे पहले जून में सियाचिन ग्लेशियर में आग लगने की दुर्घटना में सेना के एक जवान की मौत हो गई थी, जबकि तीन सैनिक घायल हो गए थे।
सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दौरान गंभीर रूप से जलने के कारण रेजिमेंट मेडिकल ऑफिसर कैप्टन अंशुमान सिंह की मौत हुई थी।
अधिकारियों ने बताया कि तीन अन्य कर्मियों को धुएं के कारण सांस लेने में तकलीफ हुई और वे काफी हद तक झुलस गए थे।
सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध स्थल
सियाचिन ग्लेशियर काराकोरम रेंज में लगभग 20 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस ग्लेशियर को दुनिया में सबसे अधिक ऊंचाई वाले युद्ध स्थल के रूप में जाना जाता है और यह भारत-पाक नियंत्रण रेखा के पास स्थित है। यह भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है। यह पृथ्वी पर सबसे ऊँचा युद्धक्षेत्र भी है।