हसनगढ़ गांव में शादी से 2 दिन पहले मिली सरकारी नौकरी:घुड़चढ़ी के दिन मेडिकल जांच के बाद लिए फेरे, देवरानी-जेठानी भी ग्रुप सी-डी में सिलेक्ट
हरियाणा में ग्रुप डी की भर्ती में चयनित होने वाले कैंडिडेट्स के घरों में खुशी का माहौल है। शादी के 2 दिन पहले अगर किसी को नौकरी का तोहफा मिले तो खुशी दोगुनी हो जाती है। ऐसा कुछ हिसार के हसनगढ़ गांव के 31 साल के पवन के साथ हुआ। शादी के 2 दिन पहले ही उसका नौकरी का लेटर आ गया।
पवन घुड़चढ़ी से पहले मेडिकल जांच करवाने पहुंचे। इसके बाद उसने दुल्हन के साथ फेरे लिए। पवन को 2 खुशियां एक साथ मिलने से घर में जश्न का माहौल बना है।
वहीं, ग्रुप सी व ग्रुप डी के परिणामों में फतेहाबाद के एक परिवार में देवरानी-जेठानी का चयन हुआ है। दोनों के पतियों सहित अब परिवार में 5 ऐसे लोग हो गए हैं, जो हाल ही के वर्षों में सरकारी नौकरी पा गए हैं।
उधर, टोहाना में अखबार बांटने वाले एक युवा को भी बिजली निगम में नौकरी मिल गई है।
अब विस्तार से पढ़िए तीनों मामले..
हिसार में शादी के 2 दिन पहले मिली नौकरी
हिसार के हसनगढ़ गांव के रहने वाले पवन की 11 मार्च को शादी थी। उसने ग्रुप डी भर्ती के लिए पेपर दिया था। जिसका 8 मार्च की रात को रिजल्ट आ गया। जिसमें पवन का नाम भी शामिल था। जिस दिन पवन को घुड़चढ़ी करनी थी उस दिन उसकी हिसार के सरकारी अस्पताल में मेडिकल जांच होनी था। पवन पहले मेडिकल जांच के लिए पहुंचा। उसके बाद दूल्हा बना।
पवन ने बिना दहेज के शादी कर मिसाल भी पेश की है। उसके माता-पिता मजदूरी करते हैं। वह दो भाई और दो बहनें है, जो पढ़ाई कर रही हैं। परिवार में अब तक कोई भी सरकारी नौकरी में नहीं था। पवन की पत्नी पूनम हिसार की गीता कॉलोनी की रहने वाली है। पूनम के पिता चाय का काम करते हैं। उसने एमए बीएड तक पढ़ाई कर रखी है।
एक परिवार के 5 लोग सरकारी नौकरी में
फतेहाबाद के टोहाना ब्लॉक के चंदड़ गांव की सीमा देवी का हाल ही में जारी हुए ग्रुप डी में चयन हुआ है। पिछले महीने ही सीमा देवी की जेठानी सीमा का भी ग्रुप सी में चयन हुआ। जेठानी सीमा ने बताया कि उसको रतिया में एमपीएचडब्लू की ड्यूटी मिली है।
देवरानी-जेठानी के अलावा उन दोनों के पति व तीसरे भाई को भी हाल ही के सालों में यानी भाजपा सरकार के दौरान सरकारी नौकरियां मिली हैं। जिससे इसी परिवार के पांच लोग अब जॉब में लग गए हैं। सीमा ने बताया कि उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था कि उन्हें सरकारी नौकरी मिलेगी। वो भी एक नहीं पांच-पांच नौकरियां, यह असंभव सा था।
2017 से कर रही थी तैयारी
सीमा ने बताया कि उन्हें ससुरालवालों का पूरा सहयोग रहा। सुबह 9 बजे कोचिंग के लिए जाती थी और 2017 से लगातार यही रूटीन रहा। उन्हें व उनकी देवरानी को हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। इसकी बदौलत आज चयनित हो गईं।
अखबार विक्रेता मोनू को भी मिली सरकारी नौकरी
इसके साथ टोहाना में अखबार बेचने वाले मोनू ने बताया कि वह करीब 18 साल से अखबार बेचने का काम करता था। उसने ग्रुप सी के लिए पेपर दिए और अब फरवरी में उसकी ग्रुप सी में नौकरी लगी है। मोनू ने कैथल जिले में एएलएम के तौर पर बिजली निगम में जॉइन किया है। उसने बताया कि बिना पर्ची और खर्ची के उसने यह नौकरी हासिल की है।