
हिसार के बीड़ बबरान गांव में गुरुवार सुबह नीलगाय का एक बच्चा रास्ता भटककर विचरते हुए गांव की तरफ आ गया। इस दौरान गांव में कुत्तों ने उसे घेरकर बुरी तरह घायल कर दिया। ग्रामीणों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली तो गांव के लोग मौके पर पहुंचे और नीलगाय के बच्चे को अपने घर ले गए। वहां प्राथमिक उपचार के बाद घटना की जानकारी वाइल्ड लाइफ विभाग को दी गई।
कुत्तों के हमले से टूटी टांग
गुरुवार सुबह लगभग 6 बजे नीलगाय के बच्चे को कुत्तों ने नोच डाला। इसकी वजह से उसकी पिछली एक टांग टूटकर अलग हो गई। बचने की कोशिश में नीलगाय का बच्चा एक घर में घुस गया। इसी दौरान गांव में रहने वाले दीपक वालिया और दूसरे लोगों ने उसे देखा और कुत्ते को भगाया। इसके बाद उन्होंने नीलगाय के बच्चे को रेस्क्यू किया।
गांववालों ने नीलगाय के बच्चे को प्राथमिक उपचार देकर पुलिस की डायल-112 और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की रेस्क्यू टीम को सूचना दी। इसी रेस्क्यू टीम ने पिछले दिनों ऋषि नगर से एक चीते को भी काबू किया था।
ग्रामीणों ने किया सहयोग
बीड़ बबरान गांव में रहने वाले दीपक वालिया, बंटी, जरनैल सिंह, रत्न खटक, रमेश खटक और बंटी समेत बाकी लोगों ने नीलगाय के बच्चे की मदद की। वाइल्डलाइफ विभाग के निरीक्षक दिनेश जांगड़ा ने बताया कि ग्रामीणों ने बेजुबान जानवर की जान बचाकर इंसानियत का काम किया है। रेस्क्यू किए गए बच्चे का आगे का इलाज डियर पार्क में किया जाएगा।